दिल्ली की घटना में अगर कांग्रेस या तृणमूल कांग्रेस का कार्यकर्ता शामिल होता तो इस पर दस दिन बहस होती : रवीश कुमार

दिल्ली के कंझावला में स्कोटर सवार लडकी की कार से घीसीट कर हत्या मामले में बीजेपी के एक नेता के सामने आने के बाद बीजेपी की खूब फजीहत हो रही है तमाम विपक्षी पार्टियां बीजेपी सह संयोजक मनोज मित्तल के नाम सामने आने पर बीजेपी को अरे हाथों ले रहि है लेकिन
इस पूरे मामले पर गोडी मीडिया में पूरी तरह सन्नाटा है इसी सन्नाटे पर रवीश कुमार ने भी गोदी मीडिया पर जमकर फटकार लगाई है

रवीश कुमार ने इस पुरे मामले पर अपने facebook पेज पर लिखा

दिल्ली के कंझावला में पाँच लड़के नशे में धुत थे। अपनी कार से एक लड़की की स्कूटी को टक्कर मारी। आठ किलोमीटर तक लड़की को घसीटते रहे। उसके चिथड़े उड़ गए। बलेनो में सवार लोगों के नाम हैं- दीपक खन्ना,अमित खन्ना,कृष्णा, मिथुन और मनोज मित्तल। इन पाँच में से मनोज मित्तल भाजपा के स्थानीय नेता हैं।

राष्ट्रवाद और धर्म की राजनीति का इन पर क्यों नहीं अच्छा असर हुआ, इस पर शोध होना चाहिए। उत्तराखंड में अंकिता की हत्या के आरोप में बीजेपी के नेता के बेटे पकड़े गए। दिल्ली की घटना अगर विपक्षी राज्यों में हुई होती और कांग्रेस या तृणमूल का कार्यकर्ता शामिल होता तो इस पर दस दिन बहस होती। हेडलाइन में कांग्रेस का नाम ज़रूर होता।

तो वही इस मामले पर आप नेता सौरभ भारद्वाज ने दिल्ली पुलीस को अरे हाथों लेते हुए कहा ये पूरी साजिश बीजेपी नेता मनोज मित्तल को बचाने के लिए रची जा रही है. दिल्ली पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश में जुटी है. उन्होंने कहा कि यह स्पष्ट रूप से दिल्ली पुलिस की मिलीभगत और ढीले रवैये की वजह से हुआ. उन्होंने कहा कि 5 आरोपियों में से एक बीजेपी नेता मनोज मित्तल है. दिल्ली पुलिस के डीसीपी हरिंदर सिंह आरोपियों की ओर से बोल रहे हैं. एफआईआर में भी कमजोर धाराएं लगाई गई हैं.